कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥ देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ Consequently when you get an item https://mylesciwcs.wikicommunications.com/4683059/everything_about_shiv_chalisa_lyrics_english