बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ।। जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा॥ बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार॥ जुग सहस्र योजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फ़ल जानू॥ राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा॥ मनोजवम् मारुततुल्यवेगम् जितेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्। https://vashikaran54319.blogsidea.com/41381334/hanuman-chalisa-things-to-know-before-you-buy